Top 100+ Allama Iqbal Shayari In Hindi : Namaste aur swagat hai aapka hamare blog mein! Aaj hum lekar aaye hai ek bahut hi khaas aur pyaare vishay par baat karne ke liye. Agar aap ek shayari premi hai aur Allama Iqbal ke fan hai, toh yeh blog aapke liye hai!
Hamne yahaan apke liye "Top 100+ Allama Iqbal Shayari In Hindi" ka collection taiyar kiya hai. Allama Iqbal, Hindustan ke mahan kavi, svatantrata senani aur ek samajik sudhaarak the. Unki shayari, unki soch aur unki kalam ka jadoo humesha se shayari premiyon ko mohit karti aayi hai.
Aur aaj hum unke kuch behtareen shayariyon ko lekar aaye hai, jo aapko aur aapke dilon ko chhu jayegi. Toh chaliye shuru karte hai aur khud ko Allama Iqbal ki kavitaon ki duniya mein le jaye.
Top 100+ Allama Iqbal Shayari In Hindi
Allama Iqbal Shayari In Hindi
निगाहें उठा के बस्ती को देख ले, हर गली में उसकी रौशनी बिखेरी है। ज़मीर की आवाज़ सुन उठ, दोस्त, इंसानियत जहाँ फिर से जीने की जगह पाई है।
ज़माना बदल जाए, लोग बदल जाएं, मगर तू अपनी आँखों का तारा रह जाए। तेरी खुशियों की कश्ती सदा ख़ामोश रहे, तू उम्मीदों का सहारा रह जाए।
जब तक दिल में है जुनून-ए-ज़िन्दगी, हर राह तेरी मुहब्बत की तरफ चली जाए। तेरे लिए है ये दुनिया, ये आसमान, बस दिल से ये दिल में उम्मीद संभली जाए।
रात की तन्हाई में जब दिल रोता है, और तारों से रौशनी की बातें होती हैं। वो दरिया ज़हन में बहता है अकेला, जहां संवेदना के तूफ़ान समातें होती हैं।
तू चाँद की तरह चमक, मेरे दोस्त, आसमान को अपनी रौशनी से भर दे। आगे बढ़, ज़मीन को गरमी से झेलते हुए, अपने आप को खुदा की रचना से परख दे।
मुसाफ़िर हो ज़िंदगी का, राह में न रुकना, चराग़े से बदलते हुए आग को जलता रहना। हर कदम पर नयी रोशनी फैलाते जाना, अपने अंदर के ज़ोर को जगा के चलता रहना।
तेरी आँखों में जो ख़्वाब होता है, वो सच्ची ख़ुशियों की निशानी होता है। ज़िंदगी की हर राह पर तेरे साथ हूं, तू मेरे दिल का एक ज़रा पैमानी होता है।
ज़िंदगी तो सिर्फ़ एक पल है, दोस्त, इसे हँसते-हँसते बिता जा ज़रा। हर दिन अद्वितीय है, हर सुबह नयी है, ये पल कभी फिर नहीं आने वाला है।
अगर तू उड़ान भर जाए, तो मत रुकना, दरिया की गहराइयों में ख़ुद को बहाना। हर चुनौती पर टिका रह, तू अगर जीना है, ज़िन्दगी तेरे सामर्थ्य को खुद में बनाना।
उठ, खड़ा हो जा, ज़िंदगी की आवाज़ से, तू जिन्दगी को अपनी जुबानी दे जा। खुद को पहचान, अपनी मंज़िल को जान, तू अल्लाह के इंसानीत की पहचानी दे जा।
ख़ामोशियों में छुपी है रवानगी ज़िन्दगी की, ख्वाबों की मशालें जगा, ज़िन्दगी को जगा दे। हर दिल में उम्मीदों की आग जला, अपने अंदर के इरादे को सच कर दे।
रात चाँदनी की आग बुझा, दोस्त, सूरज की किरणों से उजाला पैदा कर दे। जीवन की गर्मी को ठंडी हवाओं से ठंडा कर, अपने दिल को सदैव प्यार से भर दे।
ज़िन्दगी की हर सांस में उम्मीद बसी है, आगे बढ़, हौंसला बुलंद कर, देख फल फूल। कभी ना हार, नकारात्मकता को भगाकर, अपने दिल की ताकत से ज़िंदगी को जीत।
उठ, लहराएं बदलते समय के साथ, ज़मीर की गहराइयों में समंदर जगा दे। हर चुनौती पर मुस्कान बरकरार रख, अपने सपनों को हकीकत में पहुंचा दे।
मुश्किलों के रास्ते पर आगे बढ़, तू नयी उचाईयों को छू जा, आसमानों तक। ज़िंदगी के हर अंधकार में जगा दे रोशनी, खुद को बेबाक बना, दूसरों को प्रेरित कर दे।
चलो, थके हुए सपनों को सुख दें, हर अकेले पथ को दोस्ती की दास्तां दें। उठो, खुद को बदलो, ज़िन्दगी में रंग भरो, ख्वाबों की उड़ान को हकीकत में बदल दें।
रौशनी से जलते हुए हर दिल की धड़कन, उम्मीदों की गाथा गाए, आगे बढ़ जाए। आँधियों को जीने की राह दिखाए, खुद को उन्नति की ओर ले जाए।
हो जा दृढ़ इरादों का साथी, दोस्त, न कभी हार मान, न डगमगाना। अपने सपनों की ऊँचाइयों को छू जा, दूसरों को भी सफलता की तरफ ले जाना।
ज़िंदगी के सफर में थोड़ी चोटें खा, मगर हार न मान, उठ, चल फिर से खड़ा हो। नये सपनों के लिए अपने दिल को खोल, आगे बढ़ते चल, संघर्ष को जीतने का ढोल।
ज़िन्दगी की हर रोशनी को जलाते चल, खुद को जगा, दूसरों की आँखों को खोल। हर क्षण को अपने कर्म की ओर मोड़, अपने अंदर की शक्ति को अनजानी से खोज।
खुद को ज़रूरतों की बंधन में न बांध, स्वतंत्रता के पंखों से ऊँचाइयों को छूँ। तू बन जा ताकतवर, मजबूत और प्रगामी, दूसरों को भी सबलता का मार्ग दिखाए।
ज़िन्दगी की राहों में अपनी चाल बदल, ताकतवर बन, अपने ख्वाबों को पूरा कर। बीते हुए वक्त को दोहराने की ज़िद कर, अपनी हर सांस में उम्मीदों की बौछार बढ़ा।
रुकने की इजाज़त न दे, दोस्त, हर चुनौती पर आगे बढ़, मंज़िल पा जा। जीने की लहरों को उड़ान दे रवाना, अपनी क्षमताओं की बारिश बरसा जा।
तू हो जीवन की एक प्यासी धारा, प्रेरणा की बूंदों को दूसरों को बहा जा। ज़मीर के सुरों को ध्वनित कर, दोस्त, उजाले के पथ पर सदा चला जा।
खुद को नये आसमानों में पंहुचा, सपनों की ऊँचाइयों को छू, खुद को सँवार। चलते रह अविचलित, न थम, न रुक, ज़िंदगी को नई मिसालें सुनाने जाएं यार।
दास्तान-ए-ज़िंदगी लिख रहा हूँ मैं, खुद को बनाकर बेक़ाबू जगा रहा हूँ मैं। दूरियों को मिटाने का हक़ जताने को, अपनी रौशनी से हर दिल को भरा रहा हूँ मैं।
मोम की मुट्ठी में उगा आसमान लाने, तू खुद को जीवन की गहराइयों से उठाने। ज़िंदगी के मंज़िलों को तू छूकर गुजर, खुद को संघर्ष के पथ पर समर्पित करने।
आँधियों में तू तूफ़ान बन, चल पड़, हर रास्ते में खुद को खोजते चल निकल। ज़िन्दगी की हर चुनौती को गले लगा, अपने सपनों की पंखों से ऊँचाइयों को चुन।
खुद को एक सितारा समझ, चमकते रह, रात की गहराइयों में जगमगाते रह। ज़िंदगी की सभी मुसीबतों का मुकाबला, अपनी ताकत की लहरों में झुकते रह।
उठ, बन जा जोशीला सपूत, दोस्त, हर कठिनाई पर खुद को ताकतवर ठहरा। खुद को परेशानियों के हवाले न छोड़, ज़िंदगी को अपने अंदर की ज्वाला से चमका।
खुद को खोज, अपनी अदालत में फ़ैसला कर, सपनों की ऊँचाइयों को पहुंचा जाकर। ज़िंदगी की हर राह पर अपने पैरों के निशान, तू छोड़, खुद को आगे बढ़ा, बढ़ा जाकर।
दूसरों को नया रास्ता दिखा, दोस्त, खुद को स्वतंत्र आत्मा का सच्चा पुरस्कार बना। जीवन की महक बिखेर, सबको चमका, अपनी खुशियों का अद्भुत त्योहार बना।
अद्वितीयता के मंदिर में चढ़, दोस्त, खुद को विश्वास के नए मंच पर सजा। ज़िंदगी के रंगों को सभी के लिए बना, खुद को सर्वशक्तिमान का नवीन अवतार बना।
अपनी आवाज़ बुलंद कर, दोस्त, खुद को साहित्य के सम्राट का अर्थ मिला। अकेले नहीं, सभी के दिलों को छूकर जा, ज़िंदगी के गीतों को सबके दिलों में बसा।
उठ, सभ्यता के सितारे को छू, ज़मीर की अनमोल मुक्ति को पास कर। खुद को सत्य के प्रेरणास्रोत बना, ज़िंदगी के अच्छे कर्मों से लहराता चल।
चलो, खुद को दिल से जोड़े हर तारों से, ख्वाबों के बादलों को हौंसले से छोड़ें। ज़िंदगी के महकते फूलों को पुष्पित करें, खुद को अनन्यता के नए सूरज का धोधा दें।
अगर आसमान में चाँद न होता, तो रात इतनी ख़ूबसूरत न होती। खुद को अद्वितीय बना, अनोखा बना, ज़िंदगी की हर रात को चमकदार बनाओ।
जीवन का सफ़र नयी रंगत में सजा, खुद को नवीनता की ओर बढ़ाने का सौभाग्य पाएं। दूसरों की सुख-दुःख में संवेदना जगाएं, ज़िंदगी के संगीत को नई ताल देने का काम करें।
खुद को खोज, अपनी पहचान ढूंढ़, अपने अंदर छिपी ताक़त को जगाएं। जीवन की महक को फैलाएं, खुद को उड़ान दें, ज़िंदगी के उच्चारण को खुद अपने होंठों से सुनाएं।
चल, खुद को सत्य की ओर ले जाएं, अपने मन की गहराइयों को समझे। ज़िंदगी की मुसीबतों को गले लगा, खुद को दृढ़ इरादों का रास्ता दिखाएं।
राहों में खुद को खोज, नई मंजिलें चुन, जीवन के सभी रंगों को चढ़ा कर चल। खुद को स्वतंत्र बना, दूसरों को प्रेरित कर, ज़िंदगी की हर चुनौती को नव अवसर बना।
उठ, अपनी रौशनी से दुनिया को जगा, खुद को स्वयं के सितारे से सजा। ख्वाबों की उड़ान को बांध, आगे बढ़, ज़िंदगी की सबसे ऊँची चोटी पर खड़ा हो जा।
खुद को अनुशासन की आँच में पगड़ी बना, आत्मविश्वास के मंच पर ऊँचाईयाँ छू। ज़िंदगी के संगीत को मधुरता से गाएं, खुद को अनूठे रंगों के पैंतरे में ढला जाएं।
चलते रह, खुद को निरंतर परिवर्तित करते रह, अपनी अपार प्रगति का गान गाते रह। जीवन के विभिन्न अवसरों को ग्रहण कर, ज़िंदगी की हर चुनौती का स्वागत करते रह।
खुद को एक अद्वितीय सोने का मोती बना, अपने अंदर छिपी दिव्यता को पहचाना। ज़िंदगी के पाठशाला में सीखे नए सबक, खुद को अद्वितीय कर्मयोगी का मार्ग बना।
खुद को खोज, अपनी मंजिल को प्राप्त कर, अपने सपनों को हकीकत में बदलने का समर्थ बना। ज़िंदगी के संगीत में अपनी धुन छिड़क, खुद को सृजनशील रचनाकार का आवतार बना।
चलते रह, अपनी अंतर्दृष्टि से जुड़ा रह, खुद को आत्मविश्वास के तारों में ढालते रह। जीवन की हर कठिनाई को एक अवसर मान, ज़िंदगी की महकती हवाओं में खुद को चिढ़ाते रह।
खुद को एक नया सृजनात्मक अभियंता बना, अपने दिल की गहराईयों में प्रविष्ट हो जा। ज़िंदगी की चरम सीमा पर खड़ा होकर बोल, खुद को सृजनशीलता का प्रेरणास्रोत बना।
अपनी आंधी से दुनिया को हिला, खुद को अपने सपनों के जगमगाते तारे से भरा। ज़िंदगी की मस्ती का संगीत बजा, खुद को अद्वितीय कलाकार का मुकुट सजा।
चल, खुद को आज़ादी की उड़ान भरा, अपनी विचारशक्ति को नए मुकाम ले जा। जीवन की लड़ाई में खुद को संघर्ष का सिपाही बना, ज़िंदगी की हर चुनौती पर खुद को विजयी ठहरा।
Allama Iqbal Shayari In Hindi Video :
Conclusion :
Is blog mein humne aapke liye ek khubsurat safar taiyar kiya, jahan aapne Allama Iqbal ke kuch anmol shayariyon ko paaya. Unki shayari ne humein deshbhakti, insaaniyat aur zindagi ke matalab par sochne par majboor kiya.
Allama Iqbal ke kalam se nikali har shayari aapke hriday ko choo jayegi. Shayari ke iss sundar manch par humein Allama Iqbal ki rochak aur prabhavshali duniya mein le jaane ke liye dhanyavad.
Aasha hai ki aapko yeh collection pasand aaya hoga aur aapne isse anand liya hoga. Is shaandaar safar ke liye shukriya aur humare saath bane rahein, kyunki hum aise hi rochak vishayon par aapke liye blog likhte rahenge.